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आगरा- जिले में आठ साल बाद सर्किल रेट बढ़ाए जाने का असर निबंधन विभाग की आय पर साफ दिख रहा है। 18 अगस्त को जिला प्रशासन ने रेट में 20 से 40 फीसदी तक की बढ़ोतरी की थी, लेकिन इसके बाद से बैनामों की रफ्तार थम गई है। पिछले 19 दिनों में रजिस्ट्री की संख्या 35 फीसदी कम हुई है, वहीं सात सितंबर से शुरू हुए पितृ पक्ष के दौरान यह कमी बढ़कर 55 फीसदी तक पहुंच गई।
निबंधन विभाग का इस वित्तीय वर्ष का लक्ष्य 1,800 करोड़ रुपये है, जिसमें से अब तक सिर्फ 45 प्रतिशत ही हासिल हो पाया है। अगस्त के शुरुआती दिनों में जहां रोज़ाना 750–800 बैनामे दर्ज हो रहे थे और 12 से 15 करोड़ रुपये तक का राजस्व मिल रहा था, वहीं अब हालात पूरी तरह बदल गए हैं। तहसील सदर में सबसे ज्यादा 65 प्रतिशत बैनामे होते थे, लेकिन यहां भी गिरावट दर्ज की जा रही है।
अधिकारियों का अनुमान था कि रेट बढ़ने के बाद कुछ दिन रफ्तार धीमी होगी और फिर से बैनामों की संख्या बढ़ने लगेगी, लेकिन उम्मीदों के उलट लगातार गिरावट जारी है। एक उप निबंधक ने बताया कि हालात ऐसे हैं कि कभी–कभी दो दिनों में सिर्फ एक ही बैनामा हो रहा है।
नवरात्र शुरू होने से पहले तक स्थिति में सुधार की उम्मीद नहीं है। 22 सितंबर से शुभ मुहूर्त शुरू होंगे, तब जाकर बैनामों की संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना जताई जा रही है। सहायक महानिरीक्षक (एआईजी) निबंधन योगेश कुमार ने माना कि नए सर्किल रेट और पितृ पक्ष के चलते विभाग को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा है।
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